प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
Chhail Khalsa का टेक्सटाइल और डिज़ाइन की दुनिया में सफर National Institute of Design (NID), अहमदाबाद से शुरू हुआ। यहाँ उन्होंने पारंपरिक वस्त्र तकनीकों और डिज़ाइन की बारीकियों को समझा। इसके बाद उन्होंने स्विट्जरलैंड की Hochschule Luzern में पढ़ाई कर अपने दृष्टिकोण को वैश्विक स्तर पर विकसित किया। यहाँ उन्हें आधुनिक डिज़ाइन नवाचारों की गहरी समझ मिली, जिसने उनके भविष्य के कार्यों की नींव रखी।
शोध और प्रारंभिक अनुभव
स्विट्जरलैंड में पढ़ाई के दौरान, Chhail ने Competency Centre for Products and Textiles में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम किया। यहाँ उन्होंने टेक्सटाइल प्रिंटिंग और प्राकृतिक फाइबर पर शोध किया। इस दौरान उन्हें पारंपरिक हस्तकला और आधुनिक तकनीक के सम्मिश्रण की संभावनाओं को खोजने का अवसर मिला।
इसके बाद उन्होंने NID में रिसर्च असिस्टेंट के रूप में काम किया, जिससे उन्हें औपचारिक शोध पद्धतियों की गहरी समझ मिली। उन्होंने डिज़ाइन और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए SoftStory, एक सस्टेनेबल डिज़ाइन स्टूडियो में बिज़नेस डिज़ाइनर और स्ट्रैटेजिस्ट के रूप में भी योगदान दिया।
Anuvad Innovation Studio की स्थापना
Chhail Khalsa ने अपने गहन शोध को एक व्यावसायिक रूप देते हुए 2021 में Anuvad Innovation Studio LLP की स्थापना की। “अनुवाद” शब्द का अर्थ है “ट्रांसलेशन”, जो स्टूडियो की सोच को दर्शाता है – यानी पारंपरिक कारीगरी और डिजिटल तकनीक के बीच एक पुल का निर्माण।
यह स्टूडियो मुख्य रूप से ई-टेक्सटाइल (इलेक्ट्रॉनिक टेक्सटाइल) पर काम करता है, जहाँ फैब्रिक्स में इलेक्ट्रॉनिक एलिमेंट्स को इस तरह शामिल किया जाता है कि वे सौंदर्य और संवेदनशीलता से समझौता किए बिना उन्नत तकनीकी विशेषताओं को अपना सकें।
प्रमुख प्रोजेक्ट और नवाचार
Anuvad Innovation Studio ने कई अनूठे प्रोजेक्ट्स तैयार किए, जिनमें से कुछ उल्लेखनीय हैं:
Textile Tropics: यह एक इंटरेक्टिव इंस्टॉलेशन है, जहाँ जब उपयोगकर्ता कपड़ों को छूते हैं, तो प्राकृतिक पंछियों की आवाज़ें सुनाई देती हैं। यह शहरी जीवन में प्रकृति का अनुभव कराने का एक नया तरीका प्रस्तुत करता है।
In Transit: यह काइनेटिक इंस्टॉलेशन है, जहाँ क्लैंप-डाई किए गए इंडिगो फैब्रिक्स को मोटर-सेंसर्स से जोड़कर एक गतिशील कलाकृति बनाई गई।
Crafting Intangibles: इस प्रोजेक्ट में हाथ से बुने हुए वस्त्रों को डिजिटल टेक्नोलॉजी से जोड़कर एक इंटरेक्टिव साउंडस्केप तैयार किया गया, जो उपयोगकर्ता की हर प्रतिक्रिया पर अलग-अलग ध्वनियाँ उत्पन्न करता है।
शिक्षण और अनुसंधान में योगदान
Chhail Khalsa डिज़ाइन शिक्षा में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं। वह NID, CEPT University, The Design Village, और Anant National University जैसी प्रतिष्ठित संस्थानों में विजिटिंग फैकल्टी रही हैं। Anant National University में, वह 2022 से 2024 तक Adjunct Professor भी रही हैं।
उन्होंने टेक्सटाइल डिज़ाइन, ई-टेक्सटाइल और डिज़ाइन रिसर्च पर कई पाठ्यक्रम पढ़ाए हैं। उनके नेतृत्व में CEPT University में “Wiring Embroideries” नामक एक विशेष प्रोजेक्ट हुआ, जहाँ ग्रामीण कढ़ाई कलाकारों को तकनीकी विशेषज्ञों के साथ जोड़कर नए डिज़ाइन समाधान तैयार किए गए।
वैश्विक पहचान और पुरस्कार
Chhail Khalsa के अभिनव कार्यों को Lexus Design India Award, Raw Discoveries Award, और India’s Best Design Project Award से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, उनके डिज़ाइन को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी सराहा गया है, जैसे:
- Dutch Design Week
- Vienna Design Week
- Fashion Tech Week, New York
इन मंचों पर उनकी उपस्थिति यह दर्शाती है कि उनका काम केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि वैश्विक स्तर पर सराहा जा रहा है।
भविष्य की दृष्टि
Chhail Khalsa का उद्देश्य टेक्नोलॉजी को क्राफ्ट समुदायों के लिए अधिक समावेशी बनाना है। वह ऐसे नवाचारों पर काम कर रही हैं जो पारंपरिक कारीगरों को डिजिटल बदलाव से जोड़ें और उनके कौशल को आधुनिक उद्योगों से तालमेल बिठाने में मदद करें।
वह टेक्सटाइल डिजाइन के सतत विकास (Sustainability) पर विशेष ध्यान दे रही हैं, ताकि उनकी तकनीकों को बड़े पैमाने पर लागू किया जा सके और पारंपरिक कारीगरी को एक नया भविष्य मिल सके।
निष्कर्ष
Chhail Khalsa की यात्रा एक प्रेरणा है कि कैसे पारंपरिक कला और अत्याधुनिक तकनीक को जोड़ा जा सकता है। उनका काम केवल डिज़ाइन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक विचारधारा है, जो यह दिखाता है कि नवाचार केवल मशीनों से नहीं, बल्कि संवेदनशीलता, रचनात्मकता और मानवीय अनुभवों से भी संभव है।
उनकी सफलता न केवल भारतीय डिज़ाइन उद्योग में बल्कि वैश्विक स्तर पर टेक्सटाइल इनोवेशन को नई दिशा देने का काम कर रही है।
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