दिव्यांक तुरखिया एक भारतीय मूल के कंप्यूटर प्रोग्रामर, व्यवसायी, अरबपति, सीरियल उद्यमी और निवेशक हैं। उन्होंने 2016 में अपनी कंपनी मीडिया.नेट को 900 मिलियन डॉलर में चीनी कंसोर्टियम को बेचकर सुर्खियाँ बटोरीं, जो अब तक की तीसरी सबसे बड़ी ऐड-टेक डील में से एक थी।
दिव्यांक तुरखिया के 10 महत्वपूर्ण बातें
- जन्म और प्रारंभिक जीवन – 29 जनवरी 1982 को भारत में जन्मे।
- शिक्षा – मुंबई के आर्य विद्या मंदिर, बांद्रा से स्कूली शिक्षा प्राप्त की और नारसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से स्नातक किया।
- कोडिंग की शुरुआत – 8 वर्ष की आयु में कोडिंग करना शुरू किया।
- डायरेक्टी की स्थापना – 1998 में अपने भाई भाविन तुरखिया के साथ मिलकर डायरेक्टी कंपनी की स्थापना की।
- मीडिया.नेट की स्थापना – 2010 में मीडिया.नेट की स्थापना की, जो दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कॉन्टेक्स्टुअल ऐडवरटाइजिंग कंपनी बनी।
- मीडिया.नेट की बिक्री – 2016 में मीडिया.नेट को 900 मिलियन डॉलर में चीनी कंसोर्टियम को बेचा।
- पुरस्कार और मान्यता – 2020 में IIFL वेल्थ और हुरुन इंडिया 40 एंड अंडर सेल्फ-मेड रिच लिस्ट में दूसरे स्थान पर रहे।
- फोर्ब्स सूची में स्थान – 2016 में फोर्ब्स की भारत के 100 सबसे अमीर लोगों की सूची में 95वें स्थान पर रहे।
- निजी जीवन – दुबई, लॉस एंजेलिस, लंदन और सैन फ्रांसिस्को में समय बिताते हैं और एरोबेटिक फ्लाइंग के शौकीन हैं।
- भविष्य की योजनाएँ – नए तकनीकी उपक्रमों और निवेशों में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
दिव्यांक तुरखिया का जन्म 29 जनवरी 1982 को भारत में हुआ। उन्होंने मुंबई के आर्य विद्या मंदिर, बांद्रा से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और नारसी मोनजी कॉलेज ऑफ कॉमर्स एंड इकोनॉमिक्स से स्नातक किया। बहुत कम उम्र से ही उन्हें कोडिंग में रुचि थी और उन्होंने 8 वर्ष की आयु में कोडिंग शुरू कर दी थी।
करियर की शुरुआत
1998 में, दिव्यांक ने अपने भाई भाविन तुरखिया के साथ मिलकर डायरेक्टी कंपनी की स्थापना की। यह कंपनी इंटरनेट डोमेन नामों और वेब होस्टिंग सेवाओं में विशेषज्ञता रखती थी और बाद में विभिन्न तकनीकी उपक्रमों में विस्तारित हुई।
उपलब्धियाँ और पुरस्कार
दिव्यांक को उनके उत्कृष्ट उद्यमशीलता कौशल के लिए कई पुरस्कार और मान्यताएँ मिली हैं:
- IIFL वेल्थ और हुरुन इंडिया 40 एंड अंडर सेल्फ-मेड रिच लिस्ट (2020) – दूसरा स्थान!
- फोर्ब्स इंडिया की 100 सबसे अमीर लोगों की सूची (2016) – 95वां स्थान।
- एशिया के 40 सबसे प्रभावशाली भारतीयों में शामिल (2017)।
- द इकोनॉमिक टाइम्स पैनाशे ट्रेंडसेटर अवार्ड (2016)।
निजी जीवन
दिव्यांक तुरखिया वर्तमान में दुबई, लॉस एंजेलिस, लंदन और सैन फ्रांसिस्को में समय बिताते हैं। उन्हें एरोबेटिक फ्लाइंग का शौक है, जिसके कारण फोर्ब्स ने उन्हें ‘थ्रिलियनेयर’ की उपाधि दी है। उनके भाई, भाविन तुरखिया, भी एक सफल उद्यमी हैं और दोनों भाइयों ने मिलकर कई सफल व्यवसाय स्थापित किए हैं।
निष्कर्ष
दिव्यांक तुरखिया की कहानी एक युवा कोडर से लेकर अरबपति उद्यमी बनने तक की एक प्रेरणादायक यात्रा है। उनकी नवाचार की भावना, मेहनत और समर्पण ने उन्हें तकनीकी दुनिया में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है। उनकी उपलब्धियाँ न केवल भारतीय उद्यमियों के लिए, बल्कि विश्वभर के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
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